मामका विचाराः
मम मस्तिष्के जीवने च यत् प्रचलति तत् संस्कृतेन लिखितमत्र।
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बुधवार, 27 फ़रवरी 2019
कूहा
अद्य वातावरणे कूहा प्रसृता। दूरदर्शने सर्वदा आडम्बरेण निगद्यते। भारतस्यापेक्षयेयङ्कूहा स्वल्पा। किञ्चिदवधेयं परङ्किमपि द्रष्टुन्न शक्यते स्थितिर्नैतादृशी।
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