मामका विचाराः
मम मस्तिष्के जीवने च यत् प्रचलति तत् संस्कृतेन लिखितमत्र।
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शनिवार, 22 दिसंबर 2018
सार्धद्विहोरा यावन्निद्रा
सामान्यतोऽहं मध्याह्ने शयनन्न करोमि। अद्यैकवादनेऽतिमात्रं श्रान्तिरनुभूता। सार्धद्विहोरा यावन्निद्रामकृषि। रात्रौ निद्रा लभ्यते वा न, द्रक्ष्यामि।
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